फैक्टर वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर उत्तर भारत में शुरू, 15 के बाद बढ़ेगी ठंड, 4-5 डिग्री लुढ़क सकता है पारा

भाेपाल . अगले हफ्ते मानसून की विदाई हाेते ही शहर में ठंडक बढ़ेगी। माैसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अक्टूबर का दूसरा पखवाड़ा शुरू हाेते ही रात के तापमान में गिरावट भी शुरू हाे जाएगी। तीसरे हफ्ते में रात में पारा 4-5 डिग्री तक लुढ़क सकता है। शरद पूर्णिमा के बाद भी ठंडक बढ़ेगी।


वरिष्ठ माैसम वैज्ञानिक एके शुक्ला ने इसकी वजह बताते हुए कहा कि हमारे यहां ठंड के लिए जरूरी समझे जाने वाले फैक्टर वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर उत्तर भारत में शुरू हाे चुका है। शुक्ला के मुताबिक शहर में पिछले तीन दिन से रात का तापमान 22 डिग्री से कम है। शुक्ला का कहना है कि रात का अाैसत भी रात के सामान्य तापमान 19 डिग्री से कम है। इसी वजह से रात 11 बजे के बाद शहर में हल्की ठंड महसूस हाे रही है। हवा का रुख भी बदल रहा है। इसके कारण दिन का तापमान भी तीन- चार दिन से 31 डिग्री से कम बना हुअा है। 


अक्टूबर के दूसरे पखवाड़े में दिन में रहती है उमस : शुक्ला ने बताया कि मानसून के बाद अक्टूबर माह संक्रमण काल यानी ट्रांजेशन पीरियड माना जाता है। इसके पूर्वार्द्ध में यानी पहले 15 दिन दिन में उमस अाैर धूप के तीखापन अधिक रहता है। अाधी रात के बाद मामूली ठंडक हाेती है। इसके उत्तरार्द्ध यानी दूसरे पखवाड़े में दिन में भले ही उमस रहे, लेकिन रात में ठंडक बढ़ती है। 


सात साल में सबसे कम है रात का अाैसत तापमान  : इस बार अक्टूबर में रात का अाैसत तापमान 7 साल में सबसे कम है। यह 18.5 डिग्री के अासपास है, जबकि 2012 के बाद से अक्टूबर के शुरुअाती नाै- दस दिन में रात का अाैसत तापमान 20 डिग्री से ज्यादा था।