बड़वाह. पांच दिनी 44वीं ओंकारेश्वर नर्मदा लघु परिक्रमा पंचक्रोशी यात्रा 8 नवंबर से शुरू होगी। करीब 50 किमी की दुर्गम यात्रा में हजारों श्रद्धालु ओंकारेश्वर से अंजरुद, सनावद, टोकसर, सेमरला, बड़वाह, सिद्धवरकूट होते हुए वापस 12 नवंबर को ओंकारेश्वर पहुंचकर नर्मदा परिक्रमा पूरी करेंगे। इस संबंध में एसडीएम मिलिंद ढोके ने अफसरों और सरपंचों को यात्रा की व्यवस्था के संबंध में निर्देश दिए।
यात्रा मार्ग के सभी ग्राम पंचायतों के सरपंच/सचिव, विभागीय अधिकारियों को भी निर्देशित किया कि ग्राम पंचायत क्षेत्र यात्रा मार्ग पर मुरम, कंटीली झाड़ियांे को हटाए, साफ-सफाई कराई जाए। लाइट की व्यवस्था भी की जाए। टैंकर, टेंट, प्रकाश व अस्थाई शौचालय की व्यवस्था भी करें। यात्रा गुजरने के बाद आवश्यक साफ-सफाई की जाए। स्वास्थ्य विभाग जगह-जगह स्वास्थ्य परीक्षण कैंप लगाए।
किस दिन कहां पर क्या व्यवस्था
पहला दिन 8 नवंबर : श्रद्धालु ओंकारेश्वर से यात्रा शुरू करेंगे। ग्राम अंजरुद में बाघेश्वरी माता के दर्शन करेंगे। मंदिर के आसपास गंदगी दूर करने व लाइट व्यवस्था के लिए सचिव को कहा। रात्रि विश्राम सनावद में होगा। धर्मशाला, मंडी परिसर, शासकीय भवनों में यात्रियों के लिए पेयजल, रोशनी, शौचालय की व्यवस्थाओं के लिए कहा।
दूसरा पड़ाव 9 नवंबर : यात्री बडूद से टोकसर गोमुख घाट पहुंचेंगे। कई यात्रियों को नर्मदा पार कर सेमरला भेजा जाएगा। दोनों घाटों पर बेरिकेड्स के लिए पीडब्ल्यूडी को जिम्मेदारी, नाव में सुरक्षा उपकरण, स्वास्थ्य विभाग कैंप लगाएगी। पुलिस सहायता केंद्र रहेंगे। गोताखोरों की तैनाती रहेगी।
तीसरा पड़ाव 10 नवंबर : टोकसर व सेमरला में रुके यात्री बड़वाह पहुंचेंगे। मंडी, नागेश्वर सहित अन्य स्थानों पर नगर पालिका, लाइट, पानी, शौचालय व साफ-सफाई की व्यवस्था करेगी। नपा दिन में दो बार सफाई करवाएगी। मेडिकल कैंप लगाएंगे।
चौथा पड़ाव11 नवंबर : सुबह बड़वाह से प्रस्थान होगा। कोठावां, मोदरी में रात्रि विश्राम, कैंप लगाकर स्वास्थ्य संबंधी दवाइयां रखेंगे। पानी के टैंकर रखे जाएंगे। वन विभाग के कर्मचारी यात्रा संबंधित व्यवस्थाएं लगाने में सहयोग देंगे। महोदरी, कड़ियांकुंड, सिद्ध्वरकूट में रात्रि विश्राम।
पांचवा पड़ाव 12 नवंबर : बांध द्वारा सिद्ध्वरकूट से ओंकारेश्वर पहुंचेंगे। ओंकारेश्वर दर्शन कर यात्रा समाप्त होगी। एनएसडीसी को पत्र लिखकर बांध से निकलने की अनुमति मांगी जाएगी।
टोकसर में श्रद्धालु नाव से पार करेंगे नर्मदा नदी
नाविक बाबूलाल ने कहा टोकसर से 30 नाव श्रद्धालुओं को पार करते हैं। एसडीएम ने कहा सभी का स्टीमेट बनाकर दे। नाव में क्षमता से ज्यादा सवारी को न बैठाए। अच्छी नाव केवल चलना चाहिए जो टूटी हो वह नहीं चलेगी। उन्होंने कहा छोटी नाव से श्रद्धालुओं को पार नहीं करने दिया जाएगा। सीबीएमओ अनुज कुरखुरे से कहा सभी डॉक्टरों व स्टाप की ड्यूटी लगाई जाए। जनपद पंचायत इंस्पेक्टर सियाराम कर्मा को व्यवस्था करने के निर्देश दिए। एसडीएम को स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण क्षेत्र के सदस्यों ने कहा 154 महिला पुरुष व विद्यार्थी श्रद्धालुओं को स्वच्छता के प्रति जागरूक करेंगे। उन्हें डस्टबीन में गंदगी डालने के लिए कहेंगे।
पूर्व विधायक बोले-स्थिर रखा जाए नर्मदा का जलस्तर
पूर्व विधायक जगदीश मोराण्या ने निरंतर विद्युत आपूर्ति व दो दिनों तक नर्मदा का जल स्तर एक समान रखें के लिए कहा। उन्होंने कहा बडूद डेलवाडा में पुल निर्माण हो रहा है। वहां मार्ग परिवर्तन कर गड्ढे भरवाकर उसे दुरुस्त कराया जाए। ग्राम छोटी आली में सार्वजनिक मंगल भवन को श्रद्धालुओं के विश्राम के लिए खुलवाए। टोकसर व गोमुख में स्कूल व सार्वजनिक भवनों की साफ-सफाई कराए। बडूद में मार्केटिंग सोसायटी के गोडाउन प्रांगण की साफ-सफाई। गुरदीपसिंह भाटिया ने कहा सिक्ख समाज द्वारा श्रद्धालुओं के लिए भोजन के पैकेट की व्यवस्था की जाएगी।