संदिग्ध स्थितियों में झुलसी मिली मैनिट छात्रा की मौत, मजिस्ट्रेट से बोली- खुद लगाई थी आग

भोपाल . रातीबड़ थाने से चार किमी आगे सेमरी जोड़ के पास संदिग्ध परिस्थितियों में आग से झुलसी मैनिट की एमटेक छात्रा लक्षिका मेहरा ने आठ दिन चले इलाज के बाद दम तोड़ दिया। मजिस्ट्रेट को दिए बयान में उसने खुद पेट्रोल डालकर आग लगाने की बात कही है। पिता ने उसे कुछ दिनों से तनाव में रहने और एक जूनियर से विवाद होने का आरोप लगाया है। छात्रा के शरीर का पिछला हिस्सा ही आग से झुलसा है, जहां खुद पेट्रोल उड़ेलना थोड़ा मुश्किल है।


अब सवाल ये है कि छात्रा घर से करीब 25 किमी दूर गई क्यों और यदि उसे किसी ने जलाया है तो उसने अपने बयान में किसी का नाम क्यों नहीं लिया? थाना प्रभारी जेपी त्रिपाठी के मुताबिक मजिस्ट्रेट द्वारा लिए गए मृत्युपूर्व बयान में लक्षिका ने खुद ही पेट्रोल डालकर आग लगाने की बात कही है। ये स्पॉट थाने से 4 किमी आगे सेमरी जोड़ पर है। जब वह झुलसने लगी तो बचने के लिए उसने पानी से भरे खेत में छलांग लगा दी।


पिता से पहले लगवाया एक दोस्त को कॉल : रामराज कहते हैं मुझे कॉल लगवाने से पहले लक्षिका ने पहले एक दोस्त सुनील को कॉल लगवाया था। उसने रिस्पांस नहीं दिया तो मुझसे बात हुई। मैंने पूछा, कैसे जल गई बेटा, तो बोली- पता नहीं पापा। वह कुछ दिनों से तनाव में लग रही थी। सुनील से उसका एक दिन पहले विवाद हुआ था। मैंने पूछा वहां गई क्यों थी? जवाब मिला-पापा एक कॉलेज में कैंपस था, इसलिए चली गई थी।